अध्याय 23 स्पैंक

मास्टर ने धीरे से गीले टिशू से ग्रेस का मुँह और जबड़ा पोंछा। फिर, उन्होंने अपने हाथ से उसके घुटने पर थपकी दी। ग्रेस तुरंत मास्टर के इरादे को समझ गई। उसने उनके पैरों का सहारा लिया और धीरे-धीरे घुटनों के बल बैठ गई। फर्श पर मोटा और मुलायम कालीन बिछा था, इसलिए उसके घुटनों को कोई असुविधा नहीं हुई। उसके क...

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